हरियाणा के परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने शुक्रवार देर रात फरीदाबाद, गुड़गांव और मेवात के इलाके में सड़कों पर चोरी के रेत, पत्थर के वहन और ओवरलोडिंग के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत 35 डंपर पकड़े। मंत्री ने इन डंपरों को पुलिस के हवाले कर दिया, जिसके बाद इन पर 25 लाख रुपए का जुर्माना किया है। इस दौरान दो लोग भी पकड़े गए हैं।
मंत्री के मुताबिक उन्हें फरीदाबाद, गुड़गांव और मेवात के इलाके में उत्खनन माफिया के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। उन्होंने शुक्रवार रात खनन, पुलिस व एनजीटी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सड़कों पर चेकिंग अभियान चलाया। इस दौरान चोरी के रेत से भरे 35 डंपर पकड़े गए। उनका कहना है कि इस दौरान दो ऐसे लोगों को भी गिरफ्तार किया है, जो माफिया को चोरी के रेत ले जाते हुए रास्ता साफ़ होने का इंडिकेशन देते थे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि खनन माफिया के खिलाफ उनका अभियान जारी रहेगा।
अंबाला जाते समय पांच गाड़ियों को बंद कराया
परिवहन एवं खनन मंत्री मूलचंद शर्मा अंबाला जा रहे थे। वह जैसे ही अपने आवास बल्लभगढ़ से होते हुए छांयसा में केजीपी पर चढ़े कि दो ओवरलोड डंपर गुजर रहे थे। छांयसा थाना पुलिस को सूचना देकर दोनों गाड़ियां को बंद कराया। इसके बाद सोनीपत के राई थाने में तीन डंपरों को ओवरलोडिंग में बंद कराया। मूलचंद शर्मा ने खनन माफियाओं को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हरियाणा में अवैध खनन और ओवरलोडिंग नहीं चलेगा। इसी तरह लगातार छापेमारी अभियान जारी रहेगा। पूरे प्रदेश में इस तरह की छापेमारी की जाएगी।
पत्थर को सड़क के किनारे डालकर भागे
मेवात के तावडू में छापेमारी के दौरान ओवरलोड डंपर चालक को जैसे ही मंत्री के बारे में भनक लगी वह सड़क के किनारे ही पत्थर डालकर डंपर लेकर फरार हो गया। पूरी रात करीब आठ घंटे तक चली मंत्री की इस छापेमारी की कार्रवाई से तीनों जिलों में हड़कंप मचा रहा। पुलिस, आरटीए और खनन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की नींद उड़ी पड़ी थी। बताया जा रहा है कि कई डंपर चालकों ने प्रशासन को गुमराह करने के लिए नंबर प्लेट पर ग्रीस लगा रखी थी, ताकि उनके नंबरों की पहचान न हो सके। पुलिस ने ऐसे वाहनों को भी जब्त कर लिया है।