आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को भी अब मिलेगा इस योजना का लाभ, 15 लाख तक का मुफ्त इलाज


मोदी सरकार की बहुचर्चित प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत के लाभार्थियों के लिए अच्छी खबर है। इस योजना का लाभ उठा रहे मरीज भी अब गंभीर बीमारी और महंगे इलाज के लिए राष्ट्रीय आरोग्य निधि का लाभ ले सकते हैं। बीते साल फरवरी महीने में जारी एक अधिसूचना ने आयुष्मान भारत के लाभार्थियों को इस निधि से बाहर कर दिया था।


आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थियों को महंगी सर्जरी जैसे कि ऑर्गन और हड्डी प्रत्यारोपण, रीढ़ की सर्जरी और जोड़ों के ऑपरेशन की स्थिति में इस स्कीम का लाभ लेने से वंचित कर दिया था। स्वास्थ्य मंत्रालय ने अब इसमें बदलाव किया है।


स्वास्थ्य मंत्रालय की संसोधित अधिसूचना के मुताबिक, अगर कोई गंभीर बीमारी आयुष्मान भारत योजना के तहत सूचिबद्ध नहीं है। डॉक्टर की सलाह पर अब लाभार्थी राष्ट्रीय आरोग्य निधि के तहत 15 लाख रुपए तक की आर्थिक मदद ले सकते हैं।


गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले लोगों को गंभीर बीमारी और महंगे इलाज के लिए इस निधि से आर्थिक मदद दी जाती है। दिल्ली स्थित एम्स, आरएमएल, सफदरगंज और लेडी हार्डिंग सहित केंद्र सरकार के 14 अस्पतालों में इलाज के क्रम में इस योजना का लाभ मिलता है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्री कैंसर रोगी निधि का भी लाभ 27 क्षेत्रीय कैंसर केंद्रों पर मिलता है।


वर्ष 2017-18 में एम्स दिल्ली में 926 मरीजों का इलाज किया गया। इस मद में लगभग 40 करोड़ रुपए खर्च हुए। एक मरीज पर लगभग चार लाख 31 हजार रुपए खर्च हुए।